PAK के सबसे बड़े कारोबारी का दावा:भारत-पाकिस्तान के बीच सीक्रेट बातचीत जारी, हालात सुधरे तो एक महीने में इस्लामाबाद जाएंगे मोदी
पाकिस्तान के सबसे बड़े कारोबारी मिया मोहम्मद मंशा ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर बहुत बड़ा दावा किया है। मंशा के मुताबिक- भारत और पाकिस्तान के बीच बैकडोर डिप्लोमैसी के तहत बातचीत जारी है और उनके पास इस बातचीत की जानकारी मौजूद है। मंशा ने आगे कहा- अगर दोनों देशों के रिश्ते सुधरते हैं तो एक महीने के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं।
मंशा पाकिस्तान की सियासत से दूर रहते हैं, लेकिन माना जाता है कि मुल्क के तमाम सियासतदानों के साथ उनके अच्छे रिश्ते हैं। उन्हें फौज का भी करीबी बताया जाता है। पाकिस्तान में सरकार से ज्यादा ताकतवर फौज ही मानी जाती है। लिहाजा, मंशा की बात को गंभीरता से लिया जाता है।
कारोबारियों के कार्यक्रम में दिया अहम बयान
मियां मोहम्मद मंशा ने भारत और पाकिस्तान के बारे में यह बातें बुधवार को लाहौर चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में भाषण के दौरान कहीं। मंशा ने कहा- अगर दो पड़ोसी देशों के बीच हालात सुधरते हैं तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महीने में पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं।
पाकिस्तान के 7 बड़े कारोबारियों में से हैं एक
मंशा निशात ग्रुप के चेयरमैन हैं और फोर्ब्स लिस्ट में शामिल पाकिस्तान के 7 कारोबारियों में से एक हैं। मंशा ने दोनों देशों की सरकारों से रिश्ते सुधारने की अपील भी की। कहा- हम बातचीत के जरिए तमाम मतभेद सुलझा सकते हैं। हर मसले का हल त ही है।
हैं। उन्हें फौज का भी करीबी बताया जाता है। पाकिस्तान में सरकार से ज्यादा ताकतवर फौज ही मानी जाती है। लिहाजा, मंशा की बात को गंभीरता से लिया जाता है।
कारोबारियों के कार्यक्रम में दिया अहम बयान
मियां मोहम्मद मंशा ने भारत और पाकिस्तान के बारे में यह बातें बुधवार को लाहौर चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में भाषण के दौरान कहीं। मंशा ने कहा- अगर दो पड़ोसी देशों के बीच हालात सुधरते हैं तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महीने में पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं।
पाकिस्तान के 7 बड़े कारोबारियों में से हैं एक
मंशा निशात ग्रुप के चेयरमैन हैं और फोर्ब्स लिस्ट में शामिल पाकिस्तान के 7 कारोबारियों में से एक हैं। मंशा ने दोनों देशों की सरकारों से रिश्ते सुधारने की अपील भी की। कहा- हम बातचीत के जरिए तमाम मतभेद सुलझा सकते हैं। हर मसले का हल बातचीत ही है।

मंशा पाकिस्तान के 7 अरबपतियों में से एक हैं। फोटो में वो अपने परिवार के साथ हैं। (फाइल)
इकोनॉमी बेहतर नहीं तो कुछ नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच दुश्मनी खत्म करने और बेहतर रिश्ते कायम करने की वकालत करते हुए मंशा ने कहा- अगर पाकिस्तान की इकोनॉमी इम्प्रूव नहीं होती तो इसके बेहद खतरनाक नतीजे होंगे। पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वो भारत से ट्रेड बहाल करे। यूरोप में तो भी कई जंग हुईं, लेकिन उन्होंने भी अपने विवाद सुलझा लिए। क्षेत्र में स्थिरता जरूरी है। कोई स्थायी दुश्मन नहीं होना चाहिए।
भारत और पाकिस्तान के बीच ट्रेड रिलेशन 2019 से बंद हैं। भारत ने तब कश्मीर का स्पेशल स्टेटस खत्म कर दिया था और पाकिस्तान ने विरोध में सभी तरह के कारोबारी रिश्तों पर रोक लगा दी थी। हालांकि, बाद में वो दवाएं और कुछ दूसरी चीजें लेने लगा, क्योंकि ये भारत से बहुत सस्ते दामों पर मिल जाती हैं।
वो दौर याद करें
मंशा ने आगे कहा- हमें 1965 का दौर याद करना चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच तमाम दिक्कतें थीं, इसके बावजूद हमारे ट्रेड रिलेशन बहुत बेहतर थे। तब पाकिस्तान का 65% कारोबार पड़ोसी देश भारत के साथ ही होता था। आज अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है तो वो अमन है। मैं जानता हूं कि बैकडोर डिप्लोमैसी के जरिए दोनों देश संपर्क में हैं। उम्मीद है कि इसके बहुत बेहतर नतीजे मिलेंगे।