Samdari में आज सुबह 7 किलोमीटर तेज शीतलहर की हवाएँ से जैसे बर्फ में आज कश्मीर जैसा मानसुन
धुंध में सफेद सादर की तरह सब पेड़ पहाड जैसे । सब तरफ ठड़ी हवाए ।
आज से मानसुन में बदलाव के कारण किसानो की समस्या बड़ी असानक मौसम में बदलाव से फसलो को नुक्सान हो सकता है । राजस्थान में क्योकि जीरे की फसल को ज्यादा नुक्सान हो सकता है ।
कई बिमारिया से फसलो की बड़त को बादित कर सकती है ।
गैहु , सरसो , जीरा , अरन्डी , और अन्य सब्जिया भी । जनवरी आज मानसुन 7°c
सर्दियों के दौरान पहाड़ी क्षेत्र बहुत ही सुंदर दिखने लगते हैं क्योंकि उन क्षेत्रों में सब कुछ बर्फ की चादर से ढका होता है और प्राकृतिक दृश्य की तरह बहुत सुंदर दिखाई देता है।
शीत ऋतु का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। राजस्थान में शीत ऋतु सबसे महत्वपूर्ण मौसम है जो शरद संक्रांति पर शुरू होता है और बसंत विषुवत पर खत्म हो जाता है। शीत ऋतु स्वास्थ्य का निर्माण करने का मौसम होता है हालाँकि पेड़-पौधों के लिए बुरा होता है, क्योंकि वे बढना छोड़ देते हैं। बहुत से जानवर असहनीय ठंडे मौसम के कारण शीतकालीन निद्रा में चले जाते हैं। इस मौसम के दौरान बर्फ गिरना और सर्द तूफानों का आना सामान्य बात है।
राजस्थान शीत ऋतु में अन्य ऋतुओं की तुलना में बहुत अधिक बदलाव होते हैं जैसे- लंबी रातें, छोटे दिन, ठंडा मौसम, ठंडी हवा, बर्फ का गिरना, सर्दी तूफान, ठंडी बारिश, घना कोहरा, धुंध, बहुत कम तापमान आदि। कभी-कभी जनवरी के महीने में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। इस समय में सर्दी अपनी चरम सीमा पर होती है। नवंबर के महीने से ही ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो जाती हैं।