तीसरी dosage पर बड़ी खबर:दूसरे टीके के 9 महीने बाद प्रिकॉशन dosage के लिए कर सकेंगे अप्लाई, covin चीफ बोले- इसे booster न कहा जाए
New Delhi
Corona के खिलाफ वैक्सीनेशन की तीसरी प्रिकॉशनरी dosage के लिए वही लोग अप्लाई कर सकेंगे, जिन्हें कोरोना की दूसरी डोज लगे हुए 9 महीने बीत चुके हैं। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के CEO और कोविन चीफ डॉ. आर एस शर्मा ने सोमवार को कहा कि अगले साल 10 जनवरी से हेल्थकेयर वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के उन लोगों को तीसरी डोज लगाने का फैसला किया गया है, जो पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे हैं।
हालांकि डॉ. शर्मा ने इसे बूस्टर डोज कहने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि तीसरे डोज को बूस्टर की जगह प्रिकॉशनरी dosage कहना बेहतर होगा।
डॉ. शर्मा ने सोमवार को ANI से कहा कि वैक्सीन की तीसरी डोज उन्हें ही मिलेगी, जिन्हें दूसरी डोज लिए 9 महीने से ज्यादा हो चुके हैं। इससे पहले 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री Narendra Modi ने हेल्थ वर्कर्स और गंभीर बीमारी वाले बुजुर्गों को प्रिकॉशनरी डोज देने का ऐलान किया था।
22 बीमारियां शामिल हैं कॉमोर्बिटिज लिस्ट में
डॉ. शर्मा ने बताया कि कॉमोर्बिटिज सर्टिफिकेट की डिटेल सरकार पहले ही वैक्सीनेशन कैंपेन के दौरान जारी कर चुकी है। ये डिटेल बुजुर्गों के साथ ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 से 60+ उम्र वाले लोगों का वैक्सीनेशन शुरू करने के दौरान जारी की गई थी। वही फॉर्मूला इस समय भी कॉमोर्बिटिज सर्टिफिकेट पर लागू माना जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार की कॉमोर्बिटिज लिस्ट में 22 बीमारियां शामिल हैं।
इस तरह की बीमारियां हैं लिस्ट में
1. डायबिटीज, किडनी डिजीज या डायलिसिस
2. कार्डियोवैस्कुलर डिजीज
3. स्टेमसेल ट्रांसप्लांट
4. कैंसर
5. सिरोसिस
6. सिकल सेल डिजीज
7. प्रोलॉन्गड यूज ऑफ स्टेरॉयड्स
8. इम्यूनोसप्रैसेंट ड्रग्स
9. मस्कुलर डिस्ट्रॉफी
10. रेसपिरेटरी सिस्टम पर एसिड अटैक
11. हाई सपोर्ट की जरूरत वाले विकलांग
12. मूकबधिर-अंधापन जैसी मल्टीपल डिसएबेलिटिज
13. गंभीर रेसपिरेटरी डिजीज से दो साल अस्पताल में रहें हों