तस्वीरों में अंतिम दर्शन:जनरल Rawat की बेटियां दिवंगत पिता के ताबूत को एकटक देखती रहीं, ब्रिगेडियर लिद्दर की बेटी ने कॉफिन को चूमा
कुन्नूर के हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए CDS जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों के पार्थिव शरीर गुरुवार रात नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाकी लोगों के साथ शहीदों के परिजन भी यहां मौजूद थे। माहौल बेहद गमगीन था। हर आंख नम थी। जनरल रावत की बेटियां ताबूत में रखे पिता की पार्थिव देह को एकटक निहारती रहीं।
माहौल तब बेहद गमगीन हो गया जब इसी हादसे में शहीद ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर की बेटी आश्ना पिता के कॉफिन के पास पहुंचीं। कुछ पल देखती रही और फिर झुककर उनके ताबूत को चूम लिया। आश्ना 12वीं की स्टूडेंट है।
हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए जनरल रावत और अन्य शहीदों के पार्थिव शरीर गुरुवार रात नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाए गए।
देश में हर आंख नम है। दुश्मन के लिए काल साबित होने वाले सैनिकों ने जब अपने साथियों के ताबूत कंधों पर उठाए तो उनके दिल भी रो पड़े होंगे। लेकिन, ये भी फर्ज ही है।
जनरल रावत की दो बेटियां हैं। तिरंगे में लिपटा पिता की पार्थिव देह जब पालम पहुंचीं, तो दोनों बेटियां इसे काफी देर तक एकटक निहारती रहीं।
कुछ देर तक दूूर से देखने के बाद वे करीब पहुंचीं। हाथों में गुलाब की पंखुड़ियां थीं और आंख में आंसू। आंखें मनमानी पर उतारू थीं।
ये ब्रिगेडियर लिद्दर की बेटी आश्ना है। 12वीं की छात्रा आश्ना ने पिता के पैरों की तरफ रुख किया, उस जगह को चूम लिया।
शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए NSA अजीत डोभाल भी पहुंचे। वे डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह के साथ आए थे। डोभाल ने सभी शहीदों के परिवारों को सांत्वना दी।
प्रधानमंत्री मोदी से कुछ देर पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। यहां उन्होंने शहीद जनरल बिपिन रावत के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद वे अन्य शहीदों के परिजनों से भी मिले।
शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए तीनों सेनाओं के चीफ भी आए। आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने जनरल रावत समेत हादसे में शहीद सभी लोगों के श्रद्धासुमन अर्पित किए।
बुधवार को कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हुआ। पालम एयरपोर्ट पर इन सभी के फोटोग्राफ्स रखे गए थे।
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