Western UP के 11 जिलों में voting शुरू LIVE:58 सीटों पर 623 प्रत्याशियों का फैसला 2.27 करोड़ मतदाता करेंगे, मैदान में पूर्व राज्यपाल और 9 मंत्री
गाजियाबाद
पहले चरण का मतदान आज है। Western UP के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। voting सुबह 7 से शाम 6 बजे तक होगी। पहले चरण में 623 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 73 महिलाएं हैं। इसके अलावा 9 मंत्री भी सियासी दंगल में हैं। पहले चरण में कुल 2.27 करोड़ वोटर्स हैं। इसमें पुरुष 1.27 करोड़ और महिलाएं 1 करोड़ हैं। 2017 के चुनाव में इन 58 सीटों में BJP ने 53 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, सपा-बसपा ने दो-दो और रालोद महज एक सीट जीत पाई थी।
इस बार Western UP में सपा-रालोद ने गठबंधन किया है। सपा ने 28 और रालोद ने 29 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। एक सीट अनूपशहर NCP को दी है। वहां केके शर्मा चुनाव मैदान में हैं। भाजपा, कांग्रेस और बसपा सभी 58 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। ऐसा माना जाता है कि वोटिंग के पहले चरण का रुझान ही बाकी के रुझान तय करते हैं, ऐसे में Western UP का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है।
Aagra से मतदान की पहली तस्वीर

Aagra की ट्रांस यमुना स्थित पोलिंग बूथ पर सुबह 7:00 बजे से पहले ही मतदाता पहुंच गए थे। यहां पर मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है

मेरठ में मतदान से पहले पैरा मिलिट्री फोर्स ने फ्लैग मार्च किया।
आखिरी वक्त तक नहीं हुआ वोटों का ध्रुवीकरण!
Western UP में मुस्लिम वोट बैंक इस बार बिखराव की स्थिति में नहीं दिख रहा। माना जा रहा है कि सिर्फ उन्हीं सीटों पर मुस्लिम वोट बंट सकता है, जहां बसपा ने अपने मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। किसान आंदोलन के मुद्दे पर जाट इस सरकार से नाराज दिख रहे हैं। हालांकि, अमित शाह, योगी समेत तमाम मंत्रियों ने किसी न किसी तरह जाटों की नाराजगी दूर करने की कोशिशें जरूर की हैं। वहीं, दलित वोट बैंक चुप्पी साधे हुए हैं। सहारनपुर, आगरा में कुछ सीटों पर दलित निर्णायक स्थिति में हैं।
Western UP में इस बार भी विकास और रोजगार मुद्दा नहीं बन पाए हैं। आखिरी दौर में नेताओं के भाषण जिन्ना, मुसलमान, आतंकी, गुंडे, मंदिर-मस्जिद, मुजफ्फरनगर दंगे पर केंद्रित होकर रह गए। नेताओं ने पहले चरण के चुनाव के आखिरी वक्त तक वोटों के ध्रुवीकरण के भरसक प्रयास किए।

BJP ने 19 विधायकों के टिकट काटे, सपा-रालोद ने 43 नए प्रत्याशी उतारे
BJP ने पिछली बार जीते हुए 53 विधायकों में से 19 के टिकट इस बार काट दिए हैं। साथ ही 4 हारे हुए उम्मीदवारों पर भरोसा न करते हुए नए चेहरों को मैदान में उतारा है। 3 ऐसे उम्मीदवारों को भी टिकट दिया है, जिन्होंने पिछला विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था। इनमें खैरागढ़ से भगवान सिंह कुशवाहा, बरौली से ठाकुर जयवीर सिंह और एत्मादपुर से डॉ. धर्मपाल सिंह शामिल हैं।
सपा-रालोद ने 58 में से 43 विधानसभा सीटों पर नए उम्मीदवार उतारे हैं। इन 43 उम्मीदवारों ने 2017 का चुनाव न तो सपा के टिकट पर लड़ा था और न ही रालोद के टिकट पर। बसपा ने 2017 विधानसभा चुनाव जीतने वाले दो उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी की 56 सीटों पर नए उम्मीदवारों को उतारा है। इन दो उम्मीदवारों में मांट सीट पर श्याम सुंदर शर्मा और गोवर्धन सीट से राजकुमार रावत हैं। पहले चरण की 30 सीटें ऐसी हैं, जहां 2017 के चुनाव में बसपा के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे, लेकिन इनमें से सिर्फ एक उम्मीदवार ही इस बार मैदान में है।

नोएडा पुलिस ने चुनाव के लिए विशेष कमांडो तैयार किए हैं।
कांग्रेस ने भी 53 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारे
कांग्रेस ने पहले चरण की सभी 58 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें पांच उम्मीदवार ऐसे हैं जो पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन हार गए थे। इनमें पुरकाजी सीट से दीपक कुमार, कोइल से विवेक बंसल, मथुरा से प्रदीप माथुर, बलदेव से विनेश कुमार और आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से उपेंद्र सिंह शामिल हैं। ऐसे में बाकी 53 सीटों पर नए चेहरे मैदान में है। पिछले चुनाव में सपा के साथ गठबंधन होने के चलते कांग्रेस 23 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था।
9 मंत्री की किस्मत का भी होगा फैसला
पहले चरण में योगी सरकार के 9 मंत्रियों की किस्मत का भी फैसला होगा। इसमें गाजियाबाद सीट से अतुल गर्ग, शामली के थाना भवन सीट से मंत्री सुरेश राणा, मथुरा सीट से मंत्री श्रीकांत शर्मा, अतरौली सीट से राज्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह, शिकारपुर सीट से अनिल शर्मा, मुजफ्फरनगर सीट से मंत्री कपिल देव अग्रवाल, हस्तिनापुर से दिनेश खटिक, आगरा छावनी से डॉ. जीएस धर्मेश और छाता सीट से चौधरी लक्ष्मी नारायण मैदान में हैं।
कैराना समेत कई सीटों पर सबकी निगाहें
पहले चरण में कई सीटें ऐसी हैं, जिस पर प्रदेशभर की निगाहें हैं। इनमें पलायन के मुद्दे पर टिकी कैराना सीट पर 2017 में सपा के नाहिद हसन ने भाजपा की मृंगाका को हराकर जीत दर्ज की थी। इस बार भी दोनों आमने-सामने हैं। नाहिद जेल से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट के महत्व को इसी बात से समझा जा सकता है कि यहां अमित शाह ने डोर-टु-डोर कैंपेन किया था।
वहीं, मुजफ्फरनगर से मंत्री कपिलदेव अग्रवाल को इस बार भी भाजपा ने टिकट दिया है। मंत्री के सामने सपा-रालोद गठबंधन ने सौरभ स्वरूप को उतारा है। बागपत सीट पर भाजपा के वर्तमान विधायक योगेश धामा हैं। सामने नवाब कोकब हमीद के बेटे अहमद हमीद हैं। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम सरधना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका सपा के अतुल प्रधान से मुकाबला है। वहीं, जेवर सीट पर सपा से अवतार सिंह भड़ाना मैदान में हैं। आगरा ग्रामीण पर उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य चुनाव लड़ रही हैं।
पोलिंग पार्टियां रवाना, सभी बूथों पर पैरा मिलिट्री फोर्स
पहले चरण का चुनाव कराने के लिए 1,20,876 मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। पोलिंग पार्टियां अपने-अपने बूथों पर एक दिन पहले पहुंच चुकी हैं। सभी बूथों पर पैरा मिलिट्री फोर्स लगाई गई है। मेरठ, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, शामली, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिले में 10853 मतदान केंद्र और 26,027 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।
हर जिले में 50 फीसदी केंद्रों से वेब कास्टिंग
यूपी के मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव के लिए 48 सामान्य प्रेक्षक, 8 पुलिस प्रेक्षक और 19 व्यय प्रेक्षक लगाए गए हैं। इसके अलावा 2,175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,718 माइक्रो-ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं। प्रत्येक जिले में 50 फीसदी केंद्रों से वेब कास्टिंग होगी, जिसे यूपी और दिल्ली के निर्वाचन अधिकारी लाइव देख सकेंगे।
11 जिलों में 12.57 करोड़ रुपए कैश बरामद
आचार संहिता लागू होने से आज तक इन 11 जिलों में 12 करोड़ 57 लाख रुपए कैश और करीब पौने चार लाख लीटर शराब पकड़ी गई है। 11 जिलों में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए करीब ढाई लाख पुलिस और पैरा-मिलिट्री जवानों को तैनात किया गया है।
इन 12 कागजों से वोट डाल सकेंगे
मतदाता पहचान पत्र न होने की स्थिति में आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंक/ डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, जनप्रतिनिधियों द्वारा जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, यूनिक आईडी कार्ड से वोट डाला जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
मतदान केंद्र के 200 मीटर दायरे में कोई वाहन ले जाने की अनुमति नहीं
उम्मीदवार मतदान केंद्र से 200 मीटर से अधिक दूरी पर निर्वाचन बूथ बना सकेंगे
मतदान केंद्र के 100 मीटर एरिया में कनवासिंग करना प्रतिबंध है
मॉक पोल सुबह साढ़े पांच बजे होगी, प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम 50 वोट डाले जाएंगे
प्रत्येक मतदान केंद्र पर थर्मल स्कैनर, मास्क, सैनिटाइजर, लिक्विड सोप की व्यवस्था