157 दिन बाद स्कूलों में लौटी रौनक,6-8वीं तक के स्कूल खुले
पोषाहार नहीं पका, बच्चे घर से लाए खाना और पानी की बोतल, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पढ़ाई शुरूhindi news
बाड़मेर, 21 सितम्बर खबरें और भी हैं...
कोरोना संक्रमण का असर कम होने के साथ ही सोमवार से कक्षा छठी से 12वीं तक स्कूल शुरू हो गए। सरकार के आदेश के बाद सोमवार को 157 दिन बाद बाड़मेर में कक्षा छह से 8वीं तक के प्राइवेट और सरकारी स्कूल स्टूडेंट के लिए खोल दिए गए। स्कूलों में स्टूडेंट्स को ऑड-ईवन फॉर्मूले पर प्रवेश दिया गया।
कुछ सरकारी स्कूलों में टेम्परेचर चेक करने के लिए मशीनें विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं करवाए जाने के कारण चेक नहीं हो पाया। वहीं प्राइवेट स्कूलों में टेम्परेचर चेक करने के साथ सैनिटाइज करवाकर स्टूडेंट को प्रवेश दिया गया। पहले दिन ज्यादातर प्राइवेट स्कूल संचालकों ने ऑफलाइन पढ़ाई फिर से शुरू करवाई है। सरकारी स्कूलों में क्लास में बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया।
ऑनलाइन भी पढ़ सकेंगे छात्र खबरें और भी हैं...
लंबे समय बाद खुले स्कूलों में फिलहाल 40% स्टूडेंट्स को ही हर दिन क्लास में बुलाया जाएगा। हर दिन अलग बैच के बच्चों को पढ़ाया जाएगा। फिलहाल छात्रों का स्कूल आना अनिवार्य नहीं किया गया है। ऐसे में स्टूडेंट्स घर बैठकर भी ऑनलाइन एज्यूकेशन ले सकेंगे। वहीं जो छात्र स्कूल आ रहे हैं, वह बिना यूनिफार्म भी आ सकेंगे।
घर से ही लाना होगा भोजन-पानी
स्कूलों में फिलहाल कोरोना के मद्देनजर कैंटीन और कैफेटेरिया को बंद रखा गया है। इस दौरान बाड़मेर के स्कूलों में छात्रों से ही पानी की बोतल और भोजन लाने की अपील की गई है। ताकि बेवजह स्टूडेंट्स क्लास रूम से बाहर न निकलें। स्कूल स्टाफ द्वारा इसके लिए बाकायदा स्टूडेंट्स के लंच टाइम को भी अलग-अलग कर दिया है। इसमें क्लास टीचर भी बच्चों के साथ क्लासरूम में बैठकर ही लंच करेंगे।
लग चुकी है वैक्सीन की दोनों डोज
फ्यूचर लिंक टेक्नो स्कूल के संचालक किशोर राठी ने बताया कि पहली बार बच्चों के साथ टीचर भी स्कूल खुलने से काफी उत्साहित हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल स्टाफ को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। स्टूडेंट्स के स्कूल में प्रवेश से लेकर उनके क्लास में पहुंचने तक मार्किंग भी की गई है। शिक्षक स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग की पाठ पढ़ाएंगे।
50 फीसदी स्टूडेंट बिठाने के निर्देश
स्कूल में खेलकूद गतिविधियों, प्रार्थना सभाओं और उत्सवों पर रोक रहेगी। क्षमता से आधे स्टूडेंट्स आएंगे एसओपी के मुताबिक क्लास रूम की क्षमता से आधे स्टूडेंट्स बुलाए जाएंगे। अगर क्लास रूम में 40 स्टूडेंट्स बिठाने की क्षमता तो 20 स्टूडेंट्स को ही बिठाया जा सकेगा। स्टूडेंट्स के बीच दो गज की दूरी होनी जरूरी है।